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छोटों के लिए कुछ प्रश्न जिनसे बड़े बेनियाज़ नहीं हो सकते (1)

अल्लाह के नाम से आरम्भ करते हैं: कुवैत के एक प्रसिद्ध विद्वान शैख़ सालिम अत्तवील की पुस्तक “छोटों के लिए कुछ प्रश्न जिनसे बड़े बेनियाज़ नहीं हो सकते” का अनुवाद आपकी सेवा में प्रस्तुत हैः प्रश्नः तेरा रब कौन है ? उत्तरः मेरा रब अल्लाह है। प्रश्नः अल्लाह कहां है ? उत्तरः अल्लाह आकाश  पर है। […]

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यौन शोषन का समाधान कैसे ?

 यदि एक लड़की परदा में सड़क से गुजर रही हो, जब कि उसी के पीछे दूसरी लड़की बेपरदा और तंग कपड़े पहन रखी हो तो बदमाश लड़के घोड़ घोड़ कर किसे देखेंगे? पहली लड़की को या दूसरी लड़की को, आपका जवाब यही होगा कि दूसरी लड़की को, बल्कि उससे छेड़खानी भी कर सकते हैं जब […]

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अनाथों का माल नाहक तरीके से प्रयोग करना भी महा पापों में से है।

अनाथ के मालों को नाहक तरीके से प्रयोग करना भी महा पापों में से है। अल्लाह तआला ने दुनिया में हमें एक नियुक्त समय के लिए जीवन प्रदान की

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इनसानों की तबाही क्यों और कैसे ?

  अल्लाह के अनगिनत निर्माण में एक छोटा सा भाग पृथ्वी है जिसे उसने अनगिनत प्राणियों से सजाया है, अल्लाह ने पहले इंसान हज़रत आदम और उनकी पत्नी हव्वा अलैहिमास्सलाम को जन्नत के हमेशा रहने वाले आनंद से निकाल कर इस धरती पर बसाया और चेतावनी दी: فَإِمَّا يَأْتِيَنَّكُم مِّنِّي هُدًى فَمَن تَبِعَ هُدَايَ فَلَا […]

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मुसलमान के जीवन में समय का महत्व

समय वास्तव में जीवन है, और यही इंसान की वास्तविक आयु है, जिसकी सुरक्षा हर भलाई का स्रोत और जिसे नष्ट करना हर बर्बादी और बुराई का कारण है। क्योंकि इंसान इस दुनिया में एक जिम्मेदार इकाई है, उसे अपने निर्माता और मालिक के पास उपस्थित होना है और अपने किए का हिसाब व किताब […]

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जन्नत क्या है ?

जन्नत हर इंसान की कोशिशों का सारांश है, यह वह कीमती मोती है जिसे प्राप्त करने के लिए मोमिनों ने हर युग में तन मन धन लगाया है, यह वह शौक है जो हमेशा अल्लाह वालों के दिलों में मचलता  रहा है, यह वह उपकार है जिसकी खातिर इस्लाम के सुरमाओं ने अपनी जान की […]

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अंतर्राष्ट्रीय स्वयं सेवक दिवस और हम

पांच दिसंबर को आज ही के दिन हर साल ” अंतर्राष्ट्रीय स्वयं सेवक दिवस ” मनाया जाता है,  स्वयं सेवा क्या है? हर वह शारीरिक, या मांनसिक या हार्दिक, या बौद्धिक या आर्थिक कोशिश जिसे मनुष्य अपने अधिकार से अंजाम देता है, उसे करना उसके लिए जरूरी नहीं होता। उदाहरण के रूप में शव को […]

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हमने अपने दीन के लिए क्या किया ?

आज बातिल पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतर चुका है और अपने ज़हरीली विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए हर तरह के संसाधन का प्रयोग कर रहा है, विशेषकर इंटरनेट की दुनिया में फेसबुक, ट्विटर, बलोगज़, यूट्यूब तथा विभिन्न वेबसाइटों द्वारा नफरत को हवा देने में लगा हुआ है, हम मुसलमान होने के नाते […]

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गुस्सा क्यों आता है और उस पर क़ाबू कैसे पाया जाए ?

यदि विचार किया जाय तो क्रोध के तीन मूल कारण होते हैं. पहला कारणः आदमी कभी कभी घमंड की वजह से गुस्सा करता है, जब उसके अंदर “मैं” की भावना पैदा होती है, अपने सामने किसी की परवाह नहीं करता ऐसा व्यक्ति जब भी उसके स्वभाव के खिलाफ कोई काम होता है तुरन्त आपे से […]

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इस्लाम और दयालुता

Safat Alam Taimi दया ऐसा शब्द है जिसे सुन कर हृदय को अपार शान्ति मिलती है, और इस्लाम मानव प्रकृति के अनुकूल धर्म है इस लिए अल्लाह ने इस धर्म को सम्पूर्ण संसार के लिए दयालुता बना कर उतारा है। इस्लाम की यह दयालुता सारी सृष्टि के लिए आम है, चाहे जिन्नात हों या इनसान, […]