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100 संक्षिप्त हदीसें

हज़रत अबू हुरैरा रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमायाः “दो बोल हैं जो ज़ुबान पर हल्के फुल्के हैं, अमल के तराज़ू पर बहुत भारी होंगे, रहमान को बहुत प्यारे हैं: सुब्हानल्लाहि व बिहम्दिहि सुब्हानल्लाहिल अज़ीम। (मैं अल्लाह की पवित्रता बयान करता हूं और उसकी तारीफ़ करता […]

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थोड़े काम और अधिक पुण्य

मुस्जिदों की ओर अधिक क़दम उठानाः अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमायाः “जो व्यक्ति जमाअत की नमाज़ के लिए चल कर मस्जिद गया, उसके जाते और आते समय उसके एक क़दम पर एक पाप मिटा दिया जाता और दूसरे क़दम पर एक पुण्य लिखा जाता है।” (अहमद, तबरानी) जमाअत से फर्ज़ नमाज़ […]

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हम इस्लाम की सेवा कैसे करें ?

 हम इस्लाम की सेवा कैसे करें ? यह ऐसा वाक्य है जिसका दिल पर बहुत गहरा असर पड़ता है और नफ्स पर उसका प्रभाव बड़ा दृढ़ होता है। जी हाँ दीने इस्लाम की सेवा करना बहुत बड़ी अमानत है और इंसानी वजूद का मक़सद भी, हर उस व्यक्ति के लिए जिसने अल्लाह को रब माना […]

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विश्व युवा कौशल दिवस और इस्लाम

15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया जाता है। अल्लाह पाक ने इस दुनिया को भौतिक कारणों से जोड़ दिया है, इस दुनिया में रहते हुए यहाँ की नेमतों से लाभ उठाना हमारी जिम्मेदारी है, ब्रह्मांड की नेमतों से किस हद तक हम लाभ उठा सकते हैं यह इस बात पर निर्भर करता है […]

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जन्नत की गारंटी वाले काम

  अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने विभिन्न कामों पर जन्नत में जाने की गारंटी दी है, उनमें से कुछ का वर्णन निम्न में किया जा रहा हैः 1- हर फर्ज़ नमाज़ के बाद आयतुल-कुर्सी पढ़नाः नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमायाः من قرأ آيةَ الكرسيِّ دُبُرَ كلِّ صلاةٍ لم يمنعْه من دخولِ الجنَّةِ إلَّا أن يموتَ – صحيح الجامع: […]

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अल्लाह तक पहुंचने के लिए किसी मिडिल-मैन की ज़रूरत नहीं

इस धरती पर पाये जाने वाले अधिकांश धर्मों में कुछ लोगों को अल्लाह और दासों के बीच माध्यम बना लिया गया है जो क्षमा प्रदान करने, परोक्ष का ज्ञान रखने और दोसों को अल्लाह तक पहुंचाने का दावा करते हैं। लेकिन इस्लाम डाइरेक्ट हमें ऊपर वाले से मिलाता है, यहाँ किसी मिडिल-मैन की ज़रूरत नहीं। […]

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अनाथों के साथ अच्छा व्यवहार करें

अनाथों के साथ अच्छे व्यवहार को इस्लाम में बड़ा महत्व दिया गया है, क़ुरआन में ईमान वालों की पहचान यह बताई गई कि : وَيُطْعِمُونَ الطَّعَامَ عَلَىٰ حُبِّهِ مِسْكِينًا وَيَتِيمًا وَأَسِيرًا – سورة الإنسان: 8 “और वे मुहताज, अनाथ और क़ैदी को खाना उसकी चाहत रखते हुए खिलाते हैं।” ( सूरः अल-इंसानः 8) हज़रत इब्ने […]

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आपसी मामलात को ठीक रखने वाली 10 बातें

आपस के मामलात को सुधारने के लिए कितनी जबरदस्त हैं कुरआन हकीम में सूरः हुजरात की यह 10 बातें, काश हम इन्हें अपने व्यावहारिक जीवन में बरतने की कोशिश करतेः   فتبينوا 1- कोई भी बात सुनकर फैलाने से पहले तहक़ीक़ कर लिया करो। कहीं ऐसा न हो कि बात सच न हो और किसी […]

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“भारत माता की जय” बोलना कैसा है ? 

मक़बूल अहमद सलफ़ी “भारत माता की जय” जैसे लगता है “भारत जिंदाबाद का नारा है”, लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत है। इस नारे में तीन शब्द हैं। पहला शब्द: भारत “भूमि” के अर्थ में, दूसरा शब्द: “माता” भगवान के अर्थ में, तीसरा शब्द: “जे” प्रभु और नारा के अर्थ में। हिन्दू भाइयों की आस्था के अनुसार […]

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शिर्क सब से बड़ा ज़ुल्म है

एक सज्जन ने पूछा है कि शिर्क सब से बड़ा ज़ुल्म कैसे है? उन से हम कहना चाहेंगे कि सब से पहले आप इस उदाहरण पर विचार कीजिएः  एक राजा के पास उसकी प्रजा के लिए अपराध के हिसाब से सज़ायें तय होती हैं, लेकिन कुछ अपराध ऐसे होते हैं जिनसे विद्रोह प्रकट हो रहा […]