
जिस खुश नसीब को इस रात में ईबादत की तौफ़ीक़ मिल गई मानो उसने तेरासी वर्ष चार महीने से अधिक समय इबादत में गुज़ारा. हमारे नबी मुहम्मद सल्ल. की ज़बानीः “ जो इस रात की बरकातों से लाभान्वित हुआ वह वास्तव में सफल है और जिस ने कोताही की वह सबसे बड़ा वंचित आदमी है ”